हिसार महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट को लीज पर देने की तैयारी, सरकार ने जारी किया टेंडर
ड्रोन रिसर्च, एयर एम्बुलेंस और फ्लाइंग ट्रेनिंग के लिए खुलेंगे नए रास्ते

हिसार के महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट को लीज पर देने की तैयारी शुरू हो गई है। हरियाणा सिविल एविएशन विभाग ने तीन हैंगर और ऑफिस स्पेस के लिए टेंडर जारी किया है। इनका उपयोग ड्रोन रिसर्च, एयर एम्बुलेंस, फ्लाइंग ट्रेनिंग और हेलिकॉप्टर ऑपरेशन जैसे कार्यों के लिए किया जाएगा। इससे निवेश और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
हिसार | THE ASIA PRIME / TAP News
हरियाणा के हिसार स्थित महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट को लेकर एक बड़ा फैसला सामने आया है। हरियाणा सरकार अब इस एयरपोर्ट के बुनियादी ढांचे को निजी और संस्थागत उपयोग के लिए लीज पर देने की तैयारी में है। राज्य सरकार के अंतर्गत आने वाले सिविल एविएशन विभाग ने एयरपोर्ट परिसर में बने तीन विशालकाय हैंगर और ऑफिस स्पेस को लीज पर देने के लिए आधिकारिक रूप से टेंडर जारी कर दिया है।
सरकार के इस कदम को प्रदेश में एविएशन सेक्टर, ड्रोन टेक्नोलॉजी और इमरजेंसी हेल्थ सर्विसेज को बढ़ावा देने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
किन कामों के लिए होगा हैंगर का उपयोग?
जारी टेंडर के अनुसार, इन तीनों हैंगरों का उपयोग कई आधुनिक और तकनीकी गतिविधियों के लिए किया जा सकेगा। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं—
✈️ छोटे विमानों की असेंबली और मेंटेनेंस
🚁 हेलिकॉप्टर पार्किंग और ऑपरेशन
🚑 एयर एम्बुलेंस सेवाएं
🛩️ फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल
🚀 ड्रोन रिसर्च, डेवलपमेंट और ट्रेनिंग सेंटर
विशेषज्ञों का मानना है कि इससे हिसार एयरपोर्ट को एक रीजनल एविएशन हब के रूप में विकसित किया जा सकता है।
15 साल की लीज, आगे बढ़ाने का भी विकल्प
सरकार द्वारा तय की गई लीज अवधि ‘5+5+5’ मॉडल पर आधारित होगी।
शुरुआती तौर पर 5 साल के लिए आवंटन किया जाएगा
इसके बाद प्रदर्शन और आपसी सहमति के आधार पर
इसे कुल 15 साल तक बढ़ाया जा सकेगा
साथ ही भविष्य में 5 साल का अतिरिक्त विस्तार भी संभव होगा
इस लंबे समय के लीज मॉडल से निवेशकों और एविएशन कंपनियों को स्थायित्व मिलेगा।
हिसार एयरपोर्ट को क्यों माना जा रहा है रणनीतिक?
महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट हरियाणा का एक प्रमुख उभरता हुआ एयरपोर्ट है।
यह दिल्ली-NCR से वैकल्पिक एविएशन सेंटर बन सकता है
उत्तर भारत में ड्रोन इंडस्ट्री के लिए अनुकूल लोकेशन
मेडिकल इमरजेंसी में एयर एम्बुलेंस के लिए अहम केंद्र
युवाओं के लिए फ्लाइंग ट्रेनिंग और रोजगार के अवसर
सरकार पहले ही हिसार एयरपोर्ट से कुछ घरेलू उड़ानों की शुरुआत कर चुकी है और भविष्य में इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जाने की योजना है।
रोजगार और निवेश को मिलेगा बढ़ावा
इस लीज प्रक्रिया से—
स्थानीय युवाओं को टेक्निकल और एविएशन जॉब्स मिलेंगी
निजी निवेशकों और स्टार्टअप्स को नया प्लेटफॉर्म मिलेगा
ड्रोन टेक्नोलॉजी और एयरोस्पेस सेक्टर को गति मिलेगी
विशेषज्ञों के अनुसार यह फैसला हरियाणा को नई एविएशन इकॉनमी की ओर ले जा सकता है।
हिसार के महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट को लीज पर देने का फैसला न केवल एयरपोर्ट की उपयोगिता बढ़ाएगा, बल्कि हरियाणा को ड्रोन, एविएशन ट्रेनिंग और एयर एम्बुलेंस सेवाओं का नया केंद्र बना सकता है। आने वाले समय में यह फैसला प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित हो सकता है।