
दिल्ली के लाल किला धमाके पर तुर्की की सफाई — भारत में आतंक से जुड़ाव के आरोपों को बताया झूठा। तुर्की ने कहा, “भारत-तुर्की रिश्तों को नुकसान पहुंचाने की साजिश।”
नई दिल्ली, 12 नवंबर (The Asia Prime):
दिल्ली के लाल किला इलाके में सोमवार शाम हुए कार ब्लास्ट मामले में अब अंतरराष्ट्रीय विवाद की आहट सुनाई दे रही है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया था कि ब्लास्ट के दो संदिग्ध, डॉ. उमर और डॉ. मुजम्मिल, हाल ही में तुर्की यात्रा पर गए थे, जिससे शक की सुई तुर्की की ओर मुड़ गई। लेकिन अब तुर्की ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
दिल्ली ब्लास्ट पर तुर्की की आधिकारिक सफाई
तुर्की के संचार निदेशालय (Directorate of Communications) ने बुधवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा,
“यह दावा कि तुर्की भारत या किसी अन्य देश को निशाना बनाते हुए कट्टरपंथी गतिविधियों से जुड़ा है, पूरी तरह झूठा और तथ्यहीन है।”
बयान में यह भी कहा गया है कि कुछ विदेशी मीडिया संस्थान तुर्की को भारत में आतंकी घटनाओं से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यह एक “दुर्भावनापूर्ण प्रचार मुहिम” है जो भारत और तुर्की के बीच के मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंचाने के लिए रची गई है।
दिल्ली ब्लास्ट और जांच की दिशा
सोमवार शाम करीब 6:45 बजे लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास खड़ी एक कार में धमाका हुआ था। धमाके की आवाज आसपास के इलाकों तक सुनाई दी। हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई, लेकिन मौके पर NSG और NIA की टीमें पहुंची और जांच शुरू की गई।
जांच के दौरान सुरक्षा एजेंसियों को कार के मालिक और उस पर मौजूद इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ से सुराग मिले, जिनसे पता चला कि आरोपी डॉ. उमर और डॉ. मुजम्मिल हाल ही में विदेश यात्रा से लौटे थे। इसी कड़ी में कुछ रिपोर्ट्स में यह कहा गया कि दोनों तुर्की से जुड़े लोगों के संपर्क में थे।
इस पूरे घटनाक्रम पर तुर्की की प्रतिक्रिया
तुर्की सरकार ने इस रिपोर्ट को “भ्रामक और झूठा प्रचार” बताया और कहा कि उसका किसी भी आतंकी संगठन से सीधा या अप्रत्यक्ष कोई संबंध नहीं है।
बयान में कहा गया —
“तुर्की आतंकवाद के हर रूप और रंग के खिलाफ सख्त रुख रखता है। हम किसी देश की संप्रभुता में हस्तक्षेप करने की नीति का समर्थन नहीं करते।”
क्या इस ब्लास्ट से भारत-तुर्की रिश्तों पर असर दिखेगा
विशेषज्ञों का मानना है कि इस विवाद से भारत और तुर्की के रिश्तों में तनाव आ सकता है। हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
राजनयिक सूत्रों के अनुसार, दोनों देशों के बीच बीते कुछ वर्षों से आर्थिक और रक्षा संबंधों को लेकर बातचीत चल रही थी, जिसे इस घटना ने अस्थायी रूप से प्रभावित किया है।
भारत की ओर से आगे की कार्यवाही
जांच एजेंसियाँ अब इस मामले की अंतरराष्ट्रीय कड़ी की गहराई से जांच कर रही हैं।
सूत्रों के मुताबिक, NIA और दिल्ली पुलिस की विशेष टीमें संदिग्धों के डिजिटल फुटप्रिंट और बैंकिंग ट्रांजेक्शन खंगाल रही हैं।
सरकारी सूत्रों का कहना है कि अभी तुर्की से जुड़ाव का कोई ठोस सबूत नहीं मिला है, लेकिन जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट स्थिति सामने आएगी।
दिल्ली ब्लास्ट को लेकर तुर्की के खिलाफ उठे आरोपों पर अब उसके आधिकारिक खंडन के बाद स्थिति स्पष्ट होती दिख रही है। फिलहाल भारत की सुरक्षा एजेंसियाँ जांच में जुटी हैं, जबकि तुर्की ने कहा है कि वह आतंकवाद के खिलाफ हर संभव सहयोग देने को तैयार है।