रूस का दावा: व्लादिमीर पूतिन ने कहा 10 हज़ार यूक्रेनी सैनिक घिरे, यूक्रेन ने खारिज किया

रूसी सेना ने पूर्वी यूक्रेन के पोकरोव्स्क और कुप्यांस्क मोर्चों पर लगभग 10 हज़ार यूक्रेनी सैनिकों को चारों ओर से घेरने का दावा किया है। यूक्रेन ने इस दावे को स्पष्ट रूप से असत्य बताया है।
दिल्ली ब्यूरो: THE ASIA PRIME / TAP News
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पूतिन ने 29 अक्टूबर 2025 को कहा कि उनकी सेना ने पूर्वी यूक्रेन में पोकरोव्स्क और कुप्यांस्क के मोर्चों पर लगभग 10 हज़ार यूक्रेनी सैनिकों को चारों तरफ से घेर लिया है।
उन्होंने दावा किया कि इन सैनिकों से युद्ध खत्म होने के बाद आत्म-समर्पण पर चर्चा की जाएगी और उन्हें बाद में अपने-अपने परिवारों के पास लौटने की गारंटी दी जाएगी।
हालांकि, यूक्रेनी सैन्य अधिकारियों ने इस दावे का लगभग तुरंत खंडन किया है। उन्होंने कहा कि पोकरोव्स्क अभी भी नियंत्रण में है और कुप्यांस्क घिरे नहीं हैं।
विश्लेषकों का कहना है कि रूस ने मोर्चों पर दबाव बढ़ाया है ― लेकिन “पूरी तरह से घेरना” जैसा दृश्य अभी तक स्वतंत्र रूप से पुष्ट नहीं हुआ है।
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रूस ने दावा किया कि लगभग 11 हज़ार यूक्रेनी सैनिक को घेरा गया है।
रूस की ओर से पुस्तकला में कहा गया है कि सैन्य कमांडरों को यह निर्देश मिला कि सैनिकों को मारा न जाए बल्कि समर्पण के लिए कहा जाए।
यूक्रेनी पक्ष ने कहा है कि पोकरोव्स्क और कुप्यांस्क पर पूरी तरह नियंत्रण नहीं खोया गया है।
10 हजार सैनिक या ज्यादा सैनिक घेर रखें है इन बातों की पुष्टि नहीं हो पाई
यह नहीं सिद्ध हुआ है कि ठीक 10 हज़ार या उससे अधिक सैनिक पूरी तरह से घिरे हुए हैं।
स्वतंत्र स्रोतों (नाटो, यूक्रेन या पश्चिमी मीडिया) ने इस विशेष संख्या की पुष्टि नहीं की है।
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रूस-उक्रेन युद्ध में सूचना युद्ध और प्रचार युद्ध की भूमिका भी रहती है, इसलिए एकतरफ़ा दावों पर सतर्क रहना ज़रूरी है।
यह घटनाक्रम संभवतः रूस की “ battlefield success ” और प्रचार रणनीति का हिस्सा लग रहा है — ताकि पश्चिमी समर्थकों को दबाव में रखा जा सके। रूस इस तरह की घोषणाओं से युद्ध-दिलचस्पी बनाए रखना चाहता है। यूक्रेन की स्थिति अभी भी लड़ाई की जारी तस्वीर पेश कर रही है, और दोनों पक्षों की दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि करना कठिन है।