अमरीका में ऐलन मस्क की न्यूरालिंक सुर्खियों में: मस्तिष्क चिप परीक्षणों पर पशु कल्याण जांच तेज, इलॉन मस्क की कंपनी पर आरोप
Neuralink पर आरोप: पशु परीक्षणों में अनावश्यक दर्द और मौतें, अमेरिकी अधिकारियों और कार्यकर्ता जांच में जुटे; इंसानों में दिमाग़ में चिप लगाने की योजना जारी

Elon Musk की Neuralink पर पशु परीक्षणों के दौरान मौतों और दर्द के आरोपों के बीच अमेरिकी USDA और अन्य समूह जांच कर रहे हैं, इंसानों के लिए मस्तिष्क चिप की तैयारी भी जारी है।
दिल्ली ब्यूरो : THE ASIA PRIME / TAP News
सैन फ्रांसिस्को / वाशिंगटन: Elon Musk की ब्रेन-चिप स्टार्टअप Neuralink फिर से विवादों में है। न्यूरालिंक के पशु परीक्षणों पर पशु कल्याण कानूनों (Animal Welfare Act) के उल्लंघन के संभावित आरोपों की जाँच अमेरिकी अधिकारियों द्वारा की जा रही है। एक समय पर कंपनी ने इंसानों के दिमाग में चिप लगाने की ह्यूमन ट्रायल अनुमति के लिए तैयारियां तेज कर दी थीं, लेकिन अब पशु कल्याण, परीक्षण प्रक्रियाओं और नैतिकता पर सवाल उठ रहे हैं।
कंपनी न्यूरालिंक का लक्ष्य वायरलेस ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस (BCI) विकसित करना है — एक ऐसा डिवाइस जिसे मस्तिष्क में इम्प्लांट कर लकवाग्रस्त और अन्य मरीजों की मदद की जा सके। कंपनी का दावा है कि यह चिप अंततः आम लोगों के जीवन को भी बेहतर बना सकती है। पिछले साल कंपनी ने कहा कि FDA ने ह्यूमन ट्रायल के दस्तावेज स्वीकार कर लिए हैं और अगले कुछ महीनों में इंसानों पर परीक्षण शुरू होने की उम्मीद जताई गई थी।
पशु कल्याण संगठनों के क्या क्या आरोप लगे हैं?
पशु कल्याण संगठनों और पूर्व/वर्तमान कर्मचारियों की शिकायतें रहीं हैं कि न्यूरालिंक के पशु परीक्षण अनावश्यक दबाव में किए गए और घातक परिणाम सामने आए हैं। इस विवाद में मुख्य बिंदु हैं:
पशु परीक्षणों में संक्रमण और दर्द: डॉक्टरी रिकॉर्ड और रिपोर्टों में देखा गया कि कई मकाक बंदरों और अन्य पशुओं को गंभीर संक्रमण, दर्द, और जटिलताओं का सामना करना पड़ा। कुछ मामलों में पशुओं को एंजेक्शन या चोटों के बाद ईथनाइज किया गया।
दस्तावेज़ और शिकायतें: Physicians Committee for Responsible Medicine (PCRM) और अन्य समूहों ने दावा किया है कि परीक्षणों में मानसिक और शारीरिक पीड़ा अत्यधिक थी और कुछ मामलों में पशुओं का शरीर असहनीय स्थिति में रहा। हालांकि USDA द्वारा 2023 में निरीक्षण में इन आरोपों पर व्यापक उल्लंघन नहीं पाया गया, समीक्षा जारी है।
गुणवत्ता नियंत्रण और रिकॉर्ड-कीपिंग: कुछ रिपोर्टों में कहा गया कि रिकॉर्ड-कीपिंग और गुणवत्ता नियंत्रण में विसंगतियाँ पाई गईं, और निरीक्षणों में सुधार की सिफारिशें दी गईं।
इन आरोपों के पीछे रोकटॉलेज़ समय और त्वरित विकास दबाव को भी जिम्मेदार बताया गया है — जिससे परीक्षण में त्रुटियाँ और पशु कष्ट हो सकता है।
Neuralink कंपनी द्वारा इंसानों के ब्रेन में भी चिप लगाने की योजना
Neuralink का लक्ष्य है कि इसके विकसित brain-chip को आगे बढ़ाकर मानव परीक्षणों में इस्तेमाल किया जाए। कंपनी ने अपने वायरलेस Brain-Computer Interface (BCI) के लिए FDA की स्वीकार्यता/Review Board अनुमति पाने की प्रक्रिया में सफलता अर्जित कर ली है और पहली बार पैरालाइज्ड लोगों में परीक्षण की जानकारी दी थी।
जहाँ एक ओर यह चिकित्सा-उन्नति की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है, वहीं आलोचक इसे नैतिक, स्वास्थ्य और डेटा-सुरक्षा जोखिमों से भरा मानते हैं। इसके अलावा, विशेषज्ञों का कहना है कि मस्तिष्क में चिप लगाने की प्रक्रिया बेहद “इनवेसिव” है और परीक्षणों में पशुओं को होने वाली पीड़ा इसे नैतिक रूप से चुनौतीपूर्ण बनाती है।
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Neuralink कंपनी की जांच और विवाद
अमेरिकी कृषि विभाग (USDA) ने न्यूरालिंक पर गंभीर आरोपों की जाँच की है और रिकॉर्ड के अनुसार 2019 के एक मामले के अलावा व्यापक उल्लंघन नहीं पाया गया। हालांकि पशु कल्याण समूह इसका विरोध करते रहे हैं और निरीक्षण के दायरे में और जाँच की मांग की है।
इसके अलावा कुछ USLawmakers ने एलन मस्क के Neuralink सप्लाई और रिपोर्टिंग को लेकर SEC में धोखाधड़ी जांच की भी अपील की है, कि कहीं निवेशकों को गलत जानकारी तो नहीं दी गई।
Neuralink कंपनी का आगे का क्या प्लान होगा?
Neuralink अभी भी विकास के शुरुआती चरण में है और इंसानों पर बड़े पैमाने पर परीक्षण से पहले कई नैतिक, वैज्ञानिक और नियमों से जुड़े ख़ुदरा सवालों को हल करना बाकी है।
यदि परीक्षण सफल होता है, तो मस्तिष्क-चिप तकनीक बीमारी और लकवे से जुड़ी बाधाओं को चुनौती दे सकती है — लेकिन आलोचक कहते हैं कि पशु परीक्षणों और सुरक्षा चिंताओं को हल करना ही इसका पहला कदम होना चाहिए।
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