हरियाणा में दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना में लालच की हदें पार: पुरुषों ने महिला बन-कर दर्ज किए 1,000 से ज्यादा आवेदन

चंडीगढ़ / हरियाणा: प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना के तहत आर्थिक रूप से पिछड़ी महिलाओं को मासिक 2,100 रुपये की सहायता देने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन इस कल्याणकारी योजना में फर्जीवाड़े की खबर सामने आई है। योजना की समीक्षा में यह पता चला है कि 1,000 से अधिक पुरुषों ने महिलाओं के नाम पर आवेदन किया, जिससे सरकारी व्यवस्था को शर्मसार होना पड़ा है।
चंडीगढ़ ब्यूरो : TAP NEWS
हरियाणा सरकार ने इस योजना के माध्यम से उन महिलाओं को लक्षित किया है जिनकी उम्र 23 वर्ष या उससे अधिक है, और जिनके परिवार की वार्षिक आय 1 लाख रुपये या उससे कम है। आवेदन भरने की प्रक्रिया 25 सितंबर से मोबाइल ऐप से शुरू हुई थी। 1 नवंबर से पहली किस्त जारी करते हुए लगभग 5,22,162 महिलाओं के खातों में राशि ट्रांसफर की गई है। कुल राशि करीब 109.65 करोड़ रुपये है।
फर्जीवाड़े का खुलासा
योजना के प्रारंभिक चरण में ही अधिकारियों को अंदेशा हुआ कि आवेदन में गड़बड़ी हो रही है। जांच में पाया गया कि पुरुषों ने महिला होने का दावा कर आवेदन भरे, लेकिन आधार-केवाईसी और लाइव फोटो अपलोडिंग के समय उनके असली पुरुष होने का पता चला। सेवा विभाग द्वारा जानकारी दी गई है कि ऐसे 1000+ आवेदन निरस्त किए गए।
सरकार ने बताया है कि इस तरह के फर्जी आवेदन रोकने के लिए मोबाइल ऐप में लाइव फोटो अपलोडिंग अनिवार्य की गई है। वहाँ उपयुक्त सत्यापन के बाद ही आवेदन “Completed” स्टेटस दिखने लगता है।
आवेदन कम क्यों?
योजनात्मक लाभ के बावजूद भागीदारी अपेक्षा से कम रही है। अभी तक लगभग 6.97 लाख महिलाओं ने आवेदन किया, जबकि पात्र महिलाओं का अनुमान लगभग 20 लाख है। इसके पीछे एक बड़ा कारण है– कई महिलाओं को डर है कि इस योजना से उनकी आय बढ़ने पर राशन कार्ड कट सकता है या बीपीएल सूची से बाहर हो सकती हैं। कुछ ने आवेदन नहीं किया क्योंकि वे यही शंका जाती थीं।
मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा है कि यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने डिजिटल प्रक्रिया, मोबाइल ऐप और बैंक ट्रांसफर जैसी पारदर्शी व्यवस्था पर ज़ोर दिया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जिन महिलाओं का e-KYC पूरा नहीं हुआ है या जिनके आवेदन अभी “Completed” नहीं हुए हैं, उनकी राशि अगले चक्र में जारी होगी।
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आगे-का रास्ता
– फर्जी आवेदन रोकने के लिए सेवा विभाग द्वारा फिल्टरिंग और सत्यापन प्रक्रिया और कठोर की जा रही है।
– योजना के अगले चरण में आय सीमा बढ़ाने की संभावना है और अधिक महिलाओं को जोड़ा जाएगा।
– सरकार स्थानीय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाएगी ताकि पात्र महिलाएं अधिक सक्रिय हों और डर के बावजूद आवेदन करें।
दीन दयाल लाडो-लक्ष्मी योजना — जिसे महिला सशक्तिकरण का बड़ा उपकरण माना गया था — को फर्जीवाड़े और कम-प्रवेश की चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। हालांकि, सरकार ने स्थिति को लेकर सतर्कता दिखाई है और आगामी चरणों में सुधार के इरादे दिखा रही है। अब यह पहले से अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से आगे बढ़ने की उम्मीद है ताकि हर पात्र महिला को लाभ मिल सके।
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