सऊदी में भीषण हादसा: मदीना के पास उमरा यात्रियों से भरी बस डीजल टैंकर से टकराई, कम से कम 42 भारतीयों की मौत

उत्तरार्द्ध रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब के मदीना के पास एक उमरा यात्रियों की बस एक डीजल टैंकर से भिड़ गई। टकराव के तुरंत बाद आग लग गई। हादसे में कम-से-कम 42 भारतीय तीर्थयात्रियों की मौत की सूचना है। जांच जारी है और भारतीय दूतावास ने तीव्र प्रतिक्रिया दी है।
Delhi ब्यूरो: THE ASIA PRIME/ TAP News
मदीना (सऊदी अरब): सऊदी अरब में मदीना के पास एक बड़ा और दर्दनाक हादसा हुआ है। उमरा (तीर्थयात्रा) कर रहे यात्रियों से भरी बस एक डीजल टैंकर से टकरा गई, जो दुर्घटना के बाद तीव्र आग की चपेट में आ गई। स्थानीय अधिकारियों और आपात सेवाओं के मुताबिक, इस भारी विस्फोट और आग में कम-से-कम 42 भारतीय यात्रियों की मौत हो गई है। कई अन्य यात्रियों को गंभीर हालत में अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
सऊदी राष्ट्रीय आपातकालीन सेवा ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि अग्निशमन और बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंच गए। स्थानीय प्राथमिक रिपोर्टों में यह बताया गया है कि क्रासिंग के समय टैंकर में लगे डीजल टैंक फटने की संभावना है, जिससे आग और विस्फोट हुआ।
कुर्बानी देने वालों में कई विभिन्न देशों के तीर्थयात्री शामिल थे, लेकिन भारतीय यात्रियों की संख्या सबसे अधिक है और देसी मीडिया में इस घटना को व्यापक रूप से कवर किया जा रहा है। भारतीय दूतावास और सऊदी प्राधिकरणों के बीच तुरंत संपर्क हुआ, और राहत और बचाव कार्य ज़ोर-शोर से जारी है।
चीनी कंपनियों को टक्कर देगा देसी फोन, इस तारीख को लॉन्च हो रहा Wobble Smartphone
दुर्घटना की खबर के बाद भारत में उमरा एजेंसियों और पारिवारिक सदस्यों में शोक की लहर दौड़ गई है। मृतकों के परिजनों को आर्थिक और कानूनी मदद देने के लिए भारतीय दूतावास ने पहले ही बात करनी शुरू कर दी है। साथ ही सऊदी अधिकारियों से अनुरोध किया गया है कि दुर्घटनाग्रस्त यात्रियों के शवों को भारत भेजने की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जाए।
कुछ विवरणों में यह बताया गया है कि हादसे के समय बस बहुत अधिक यात्री लेकर चल रही थी, और ईंधन लोडेड टैंकर की निकटता ने त्रासदी को और भी भयावह बना दिया। ड्राइवर की गलती, खराब सड़क स्थिति और तीर्थयात्रियों की भीड़ — सभी को संभावित कारणों में माना जा रहा है। जांच एजेंसियाँ इन सभी पहलुओं की तलाशी ले रही हैं।
सऊदी अरब सरकार के आपातकालीन विभाग ने कहा है कि वे दुर्घटना के कारणों की “पूरी, निष्पक्ष और पारदर्शी जांच” करेंगे। भारत सरकार भी घटना पर गहराई से नज़र बनाए हुए है और भारतीय दूतावास मुंबई और दिल्ली के बीच समन्वय कर रहा है ताकि पीड़ित परिवारों को ज़रूरी मदद मिल सके।
भारत सरकार पीड़ितो को हर संभव सहायता करने की कोशिश कर रही है।
1. भारतीय दूतावास और सऊदी आपातकालीन सेवाएं मिलकर मृतक यात्रियों की पहचान और शवों का स्थान निर्धारित करने का काम कर रही हैं।
2. पोस्ट-हादसा देखभाल: गंभीर रूप से घायल यात्रियों को आईसीयू में रखा गया है, और उन्हें विशेषज्ञ चिकित्सा सहायता दी जा रही है।
3. कानूनी प्रक्रिया: भारत सरकार और सऊदी अधिकारियों की चर्चा यह सुनिश्चित करने की दिशा में है कि पीड़ित परिवारों को मुआवजा और अन्य सहायक कदम प्रदान किए जाएँ।
4. उमरा एजेंसियों को सुरक्षा मानकों के पुनरीक्षण का निर्देश दिया जा सकता है ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियां दोबारा न हों।
ये हादसा सिर्फ सऊदी या भारतीय शोक की बात नहीं है — यह तीर्थयात्री सुरक्षा, सड़क सुरक्षा और परमाणु मानवता का मुद्दा है। यह घटना याद दिलाती है कि तीर्थयात्रा में धार्मिक भावना तो महत्वपूर्ण है, लेकिन यात्रियों की सुरक्षा भी उतनी ही गंभीर प्राथमिकता होनी चाहिए।