हरियाणा ओलिंपिक सघ ने 13 साल बाद स्टेट गेम्स पर डोप टेस्ट और नौकरी की राह: खिलाड़ियों को ग्रुप-D सर्टिफिकेट मिलेगा

हरियाणा ओलिंपिक संघ 13 वर्षों के बाद स्टेट गेम्स का आयोजन कर रहा है, जिसमें पहली बार खिलाड़ियों का डोप टेस्ट किया जाएगा। विजेता खिलाड़ियों को ग्रेडेशन सर्टिफिकेट मिलेगा, जो ग्रुप-D नौकरी हेतु मान्य होगा। इस महा आयोजन से खेल नीति, भ्रष्टाचार रोकथाम और खिलाड़ियों के अधिकारों की दिशा में बदलाव की उम्मीद है।
Chandigarh ब्यूरो:TAP News
हरियाणा में खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा अवसर आने वाला है — 13 वर्षों बाद हरियाणा ओलिंपिक संघ (HOA) राज्य स्तरीय स्टेट गेम्स का आयोजन कर रहा है। इस आयोजन के तहत पहली बार खिलाड़ियों को डोप टेस्ट देना अनिवार्य होगा, ताकि खिलाड़ियों की शुद्धता और निष्पक्षता सुनिश्चित हो सके।
खेलों के दौरान नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) की टीम मौजूद रहेगी और खिलाड़ियों का रैंडम सैम्पल लिया जाएगा। यह कदम खिलाड़ियों में अनुशासन और खेल नीति की ईमानदारी को बढ़ावा देगा।
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HOA ने घोषणा की है कि स्टेट गेम्स के विजेता खिलाड़ियों को ग्रेडेशन सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। हरियाणा सरकार की खेल नीति 2018 के अंतर्गत, यह ग्रेडेशन सर्टिफिकेट ग्रुप-D नौकरी हेतु मान्य होगा। इस प्रकार, सिर्फ खेल के लिए नहीं बल्कि रोजगार की दिशा में भी यह अवसर होगा।
स्टेट गेम्स की शुरुआत 2 नवंबर से गुरुग्राम में होगी, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नायब सैनी करेंगे। इस अवसर पर ओलिंपिक संघ की अध्यक्ष पी. टी. ऊषा भी उपस्थित होंगी। HOA अध्यक्ष कैप्टन जसविंद्र मीनू बैनीवाल ने बताया कि 2018 की खेल नीति को ध्यान में रखते हुए इस आयोजन को योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया गया है।
पहले चरण में लगभग 25 खेलों का आयोजन किया जाएगा। इन खेलों में वेटलिफ्टिंग, फेंसिंग, आर्चरी, टेनिस, हैंडबॉल, हॉकी, एथलेटिक्स, टेबल टेनिस, नेटबॉल, बास्केटबॉल, कुश्ती, कबड्डी, जूडो, बैडमिंटन, साइक्लिंग, वॉलीबॉल, ट्रायथलन, स्विमिंग, वॉटरपोलो, बॉक्सिंग, कराटे, फुटबॉल, नौकायान, शूटिंग आदि शामिल होंगे।
इस आयोजन को प्रदेश के 11 शहरों में विभाजित किया गया है — चंडीगढ़, कुरुक्षेत्र, करनाल, सोनीपत, झज्जर, फरीदाबाद, गुरुग्राम, रोहतक, हिसार आदि। चूंकि हरियाणा में पर्याप्त शूटिंग रेंज नहीं है, इसलिए शूटिंग प्रतियोगिताएं दिल्ली की करणी रेंज पर कराई जाएंगी।
टीम आधारित प्रतियोगिताओं में 8 सर्वश्रेष्ठ टीमें हिस्सा लेंगी। मेजबान जिला को भी एक अतिरिक्त टीम भेजने की अनुमति होगी। साथ ही, हरियाणा पुलिस, HSIIDC, खेल विश्वविद्यालय राई, शाह सतनाम सिंह खेल अकादमी की टीमों को भी भागीदारी का अवसर मिलेगा।
एकल प्रतियोगिताओं में उच्च श्रेणी के 8 खिलाड़ी भाग लेंगे। चयन प्रक्रिया में पिछली प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिताओं और खेल महाकुंभ के परिणामों को ध्यान में रखा जाएगा।
इस आयोजन से खिलाड़ियों को न सिर्फ राष्ट्रीय पहचान मिलेगी बल्कि सरकारी नौकरी की राह भी खुलेगी। इस कदम से यह संदेश भी जाता है कि खेल को केवल शौक नहीं, बल्कि एक सम्मानजनक पेशा भी माना जाए।
हालांकि चुनौतियाँ भी हैं — डोप टेस्ट लागू करना, खेल सुविधाओं का समुचित प्रबंधन, हर जिला तक पहुंच, एवं भ्रष्टाचार पर अंकुश। यदि आयोजन निष्पक्ष और सुव्यवस्थित हुआ, तो यह हरियाणा की खेल संस्कृति को एक नई दिशा देगा।
इस स्टेट गेम्स से न सिर्फ खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ेगा, बल्कि युवा पीढ़ी को प्रेरणा भी मिलेगी। यह दिखाएगा कि मेहनत और स्वप्न दोनों संभव हैं — मैदान पर चमकने का और भविष्य में सुरक्षित राह पाने का।