सवाईमाधोपुर दहशत: गंगापुर सिटी में वृद्धा के दोनों पैर काटे गए — चांदी के कड़े लूटे गए, दो आरोपियों की गिरफ्तारी हुई

सवाईमाधोपुर जिले के गंगापुर सिटी क्षेत्र में हुई मानवता को झकझोर देने वाली वारदात में बदमाशों ने एक वृद्ध महिला को बुरी तरह जख्मी कर दोनों पैरों को काट डाला और लगभग डेढ़ किलो वज़नी चांदी के कड़े लूटकर फरार हुए। पुलिस ने शुरुआती जांच में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है; इलाके में तनाव व आक्रोश फैला हुआ है। (स्रोत: Times of India, NDTV, Dainik Bhaskar)।
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ब्यूरो: THE ASIA PRIME/TAP News
सवाईमाधोपुर/गंगापुर सिटी — राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले में एक ऐसी क्रूरतापूर्ण घटना सामने आई जिसने इलाकेवासी और राज्यभर के लोग स्तब्ध कर दिए हैं। रविवार की सुबह बामनवास / सीतौड़ा (जिला गंगापुर सिटी के आसपास) के एक गांव में खेत से लकड़ी इकट्ठा करने गई 60‑65 वर्ष की बताई जाने वाली वृद्धा पर अज्ञात आरोपियों ने हमला किया। आरोप है कि बदमाशों ने पहले वृद्धा को बेहोश या अलग‑ठहरा कर दोनों पैरों काट दिए और फिर उनके पैरों से भारी चांदी के कड़े (अनुमानित 1.5 किलोग्राम तक) काट कर लेकर फरार हो गए।
घटना के बाद ग्रामीणों में रोष फैल गया और लोग सड़क पर प्रदर्शन के लिए उतर आए — उन्होंने त्वरित गिरफ्तारी तथा कठोर सज़ा की मांग की। स्थानीय पुलिस को सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची और मामला दर्ज कर फोरेंसिक टीम तथा स्थानीय टुकड़ी ने सबूत एकत्र करना शुरू किया। पोस्टमार्टम और मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक पीड़िता को गंभीर चोटें आई थीं; काटे गए अंग बाद में पास के तालाब/पोन्ड में भी पाए गए, जो घटना की नृशंसता को और बढ़ाता है।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कुछ ही घंटों में संदिग्धों की पहचान कर दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। अधिकारियों के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों में से एक का आपराधिक पृष्ठभूमि में नशीले पदार्थ व चोरी जैसे मामलों का रिकॉर्ड रहा है, और पूछताछ में उन्होंने चांदी के आभूषण हटाने की बात स्वीकार की है। स्थानीय कानून‑प्रवर्तन इस घटना को मानवता के खिलाफ संगीन अपराध मानते हुए जांच को आगे बढ़ा रहे हैं और अन्य भागीदारों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रहे हैं।
घटना के सामाजिक प्रभाव गहरे हैं — ग्रामीणों ने कहा कि इस तरह की बर्बरता ने सुरक्षा की अनुभूति को खत्म कर दिया है। वृद्ध और महिलाएँ अब अकेले बाहर जाने में भय महसूस कर रही हैं। स्थानीय नेतृत्व और पीड़िता के परिजन आर्थिक मुआवजे, पुलिस सुरक्षा और त्वरित न्याय की मांग कर रहे हैं। प्रशासन ने फील्ड‑पैट्रोल बढ़ाने तथा जांच तेज करने का आश्वासन दिया है।
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राज्य‑स्तरीय मीडिया में इस घटना की व्यापक कवरेज हुई और नागरिक समाज ने पुलिस से शीघ्र गिरफ्तारी व सख्त कार्रवाई की अपील की है। कई राष्ट्रीय समाचार संगठनों ने भी इस मामले को उजागर किया, जिससे राज्य सरकार की संवेदनशीलता व जवाबदेही पर सवाल उठे हैं। पुलिस के वरिष्ठ अफसरों ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ संगीन धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज कर आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
अंततः यह घटना सिर्फ एक घिनौनी अपराध नहीं है, बल्कि ग्रामीण सुरक्षा, बुजुर्गों की रक्षा और स्थानीय प्रशासन की जवाबदेही पर एक बड़ा पैनी सवाल है। पीड़ित परिवार को न्याय, चिकित्सा सहायता और मुआवजे की आवश्यकता है — और समुदाय सुरक्षा के उपायों व पुलिस‑सुविधाओं में सुधार की मांग कर रहा है। इस मामले की आगे की जांच तथा गिरफ्तारी के अपडेट के साथ हम आपको सूचित करते रहेंगे।