रिवाबा जडेजा बनीं मंत्री, हर्ष संघवी बने उपमुख्यमंत्री: गुजरात में 26 सदस्यों का नया मंत्रिमंडल

गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में आज एक बड़ा राजनीतिक फेरबदल हुआ। 26 मंत्रियों की नई सूची में रिवाबा जडेजा को मंत्री पद मिला है और हर्ष संघवी उपमुख्यमंत्री बने हैं। इस विस्तार में पटेल समाज का प्रमुख दबदबा, सामाजिक समीकरणों पर ध्यान और नए चेहरों को बढ़ावा दिया गया है। मंत्री सूची में OBC, SC, ST और महिलाओं का समावेश भी हुआ है।
ब्यूरो:THE ASIA PRIME /TAP News
गांधीनगर, गुजरात — 17 अक्टूबर 2025 को गुजरात में कैबिनेट विस्तार की महत्वपूर्ण घोषणा की गई। इस विस्तार में कुल 26 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई है, जिसमें प्रमुख नामों में क्रिकेटर रविंद्रा जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा और हर्ष संघवी शामिल हैं — जिन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अगुवाई वाले इस नए मंत्रिमंडल में पटेल समाज को प्राथमिकता दी गई है 8 मंत्री पटेल समुदाय से चुने गए हैं। इसके अतिरिक्त, मंत्रिमंडल में 8 OBC, 3 SC, 4 ST और 3 महिलाएं शामिल की गई हैं। इस विस्तार के साथ 19 नए चेहरे भी मंत्रिमंडल का हिस्सा बने हैं।
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आज सुबह सभी पुराने 16 मंत्रियों ने अपना इस्तीफा दे दिया, सिर्फ मुख्यमंत्री पटेल ने अपना पद बरकरार रखा। इस कदम से नए मंत्रियों के लिए जगह बनाई गई।
शपथ ग्रहण समारोह गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में आयोजित किया गया, जिसमें राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने नए मंत्रियों को पद की गोपनीयता दिलायी। इस समारोह में भाजपा के शीर्ष नेताओं जैसे जयपी नड्डा और अन्य केंद्रीय नेताओं की उपस्थिति रही।
रिवाबा जडेजा को मंत्री पद मिला।
रिवाबा जडेजा, जो जामनगर नॉर्थ की विधायक हैं, को इस मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्रिपद दिया गया। यह कदम सामाजिक और राजनीतिक प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि वह सुर्खियों में तब आईं थीं जब उनकी राजनीति में शामिल होने की चर्चा चली थी।
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हर्ष संघवी को गुजरात का उपमुख्यमंत्री बनाया गया।
हर्ष संघवी, जिन्हें पहले गृह एवं खेल मंत्री के रूप में जिम्मेदारियाँ दी गई थीं, अब डिप्टी मुख्यमंत्री बने हैं। यह पद उन्हें राजनीतिक कार्य क्षमता और पार्टी में बड़ी भूमिका देने की दिशा में एक संकेत माना जा रहा है।
मंत्रिमंडल विस्तार में सामाजिक-समीकरण और रणनीति बनाई गई।
इस मंत्रिमंडल विस्तार को अगले विधानसभा चुनावों की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। भाजपा ने इस विस्तार में क्षेत्रीय और जातीय संतुलन का ध्यान रखा है — ताकि विभिन्न समुदायों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हो सके।
गुजरात सरकार में BJP के लिए चुनौतियाँ व अपेक्षाएँ
नए मंत्रियों के सामने बड़ी चुनौतियाँ होंगी — सरकार की नीतियों को लागू करना, जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना और दलित-न्याय व शोषण के मामलों में संतुलन बनाए रखना। इसके अलावा, मंत्रिमंडल में ज्यादा नए नामों को शामिल करना संगठनात्मक दबाव पैदा कर सकता है।
नए मंत्रिमंडल का असर राज्य की राजनीति, विकास नीतियों और चुनावी मूड पर देखा जाना बाकी है।
(TheAsiaPrime — Bureau Chief: Satbir Jandli
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