
THE ASIA PRIME रिपोर्ट:
‘वोट चोरी’ पर राहुल गांधी की चुनाव आयोग को ऐसी चेतावनी — पूर्ण समाचार
कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने चुनाव आयोग (EC) पर वोट चोरी (vote chori) के गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में लगभग 1,00,250 वोट धोखे से जोड़े या हेरफेर किए गए।
उन्होंने कहा कि इनमें शामिल हैं:
11,965 डुप्लिकेट मतदाता
40,009 फर्जी या अमान्य एड्रेस
10,452 एक ही पते से जुड़े कई मतदाता
4,132 अमान्य तस्वीरें
33,692 फ़ॉर्म 6 की दुरुपयोगकृत प्रविष्टियाँ
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग और भाजपा मिलकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को धोखा दे रहे हैं:
“EC और BJP ने मिलकर कर्नाटक से लोकसभा चुराई है।”
उन्होंने चुनाव आयोग से सार्वजनिक रूप से इन दो विकल्पों में से एक चुनने को कहा:
1. अपनी बात का समर्थन एक शपथ-पत्र (affidavit) के जरिए करें।
2. राष्ट्र के प्रति माफी माँगें।
राहुल गांधी ने जवाब में कहा:
“मैंने संविधान की शपथ पहले ही ली है; मेरा शब्द आपके सामने है।”
इसके साथ ही वे पाँच सवाल चुनाव आयोग से जुड़कर नागरिकों की निगरानी और पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं:
1. विपक्ष को डिजिटल मतदाता सूची क्यों नहीं मिल रही?
2. CCTV और चुनाव वीडियो कब मिटाए जा रहे हैं?
3. फर्जी वोट और मतदाता सूची में हेराफेरी क्यों?
4. विपक्षी नेताओं को धमकाया क्यों जा रहा है?
5. क्या चुनाव आयोग अब BJP का एजेंट बन गया है?
DK शिवकुमार, कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री, ने इसी संदर्भ में चुनाव आयोग को प्रमाण और दस्तावेज सौंपते हुए
राज्यव्यापी ऑडिट की मांग की है।
INDIA ब्लॉक ने बिहार में SIR (Special Intensive Revision) को “वोट चोरी” अभियान से जोड़ा और एक राजनीतिक रणनीति के तौर पर विरोध में एकता दिखाई।
निष्कर्ष:
राहुल गांधी ने महादेवपुरा के वोट डेटा के आधार पर चुनाव आयोग पर “वोट चोरी” का आरोप लगाया है और इसे लोकतंत्र के विरुद्ध बताया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से चुनाव आयोग को शपथ-पत्र देने या माफी मांगने का दो विकल्पों वाला अल्टीमेटम दिया है। इस बीच, राजनीतिक पार्टियाँ सक्रियता से इस आरोप के आसपास मोर्चा बनाये हुए हैं, जबकि राज्य सरकारें ठोस सबूत-साझा करने की तैयारी कर रही हैं।