
अमेरिका में अदानी पर गिरफ़्तारी तय, इस्तीफ़ा देने के बाद राजनीति में उठे सवाल
The Asia Prime | 6 अगस्त 2025 | वॉशिंगटन / नई दिल्ली
मुख्य तथ्य
अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) ने गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी और सात अन्य वरिष्ठ अधिकारियों पर $250–265 मिलियन घूसखोरी और धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं। मुकदमे में आरोप FCPA उल्लंघन, securities fraud, wire/mail fraud और obstruction of justice शामिल हैं।
New York में अदानी और अन्य के लिए गिरफ़्तारी वारंट जारी किए गए हैं। ये आरोप कथित फ़्रॉड और सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने का हिस्सा हैं।
गौतम अदानी ने प्रमुख पदों से दिया इस्तीफ़ा
अडानी पोर्ट्स और APSEZ के कार्यकारी अध्यक्ष पद से अदानी ने इस्तीफ़ा दे दिया है। माना जा रहा है कि यह कदम अमेरिकी कानूनी दबाव और कंपनी की प्रतिष्ठा को बचाने के लिए उठाया गया।
ईरान LPG आयात जांच भी तेज
Wall Street Journal की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों यह जांच कर रहे हैं कि क्या अडानी समूह ने ईरानी LPG को प्रतिबंधों को छुपाकर मुंद्रा पोर्ट के जरिये भारत में आयात किया। कुछ टैंकरों पर tracking data छुपाने और AIS डेटा मेनिपुलेशन जैसे संदिग्ध गतिविधियाँ देखी गई हैं।
अडानी समूह ने इन आरोपों को “baseless and mischievous” बताया है और कहा है कि उन्हें ऐसा कोई अमेरिकी जांच अलर्ट प्राप्त नहीं है।
राजनीतिक असर: मोदी सरकार फंसी
विपक्षी नेताओं, विशेष रूप से राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि अदानी मामले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कमजोर स्थिति में ला खड़ा किया है।
“मोदी अब ट्रम्प के सामने अपना रुख स्पष्ट नहीं कर पा रहे क्योंकि आरोपी उनके करीबी है
शेयर मार्केट पर असर
आरोपों के बाद अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में 10–20% तक गिरावट दर्ज की गई। विशेषकर Adani Green Energy और Adani Enterprises के शेयर भारी प्रभावित हुए।
Hindenburg Research की रिपोर्ट (जनवरी 2023) ने पहले ही कंपनी की वित्तीय प्रामाणिकता पर प्रश्न उठाए थे।
विषय जानकारी
आरोपित राशि $250–265 मिलियन (₹2–2.2 हज़ार करोड़)
मुख्य आरोप Bribery, Securities Fraud, Wire/Mail Fraud, Obstruction
आरोपित व्यक्ति गौतम अदानी, सागर अदानी, वीनीत जैन और अन्य 7 अधिकारी
इस्तीफ़ा Adani Ports और APSEZ के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा
ईरान LPG आयात विवाद संदेह कि प्रतिबंध चोरी करके ईरानी LPG मुंद्रा में लाए गए
अडानी का रुख आरोपों को खारिज किया — termed allegations as “baseless”
राजनीतिक प्रतिक्रिया विपक्ष ने मोदी पर दबाव बताया
शेयर बाजार प्रभाव कंपनियों के शेयरों में 10–20% गिरावट है।
निष्कर्ष
यह मामला सिर्फ वित्तीय आरोपों तक सीमित नहीं है—यह वैश्विक व्यापार, भू-राजनीतिक दबाव और राजनीतिक समीकरणों का केंद्र बन चुका है।
यदि स्वीकृति होती है तो अमेरिकी वॉरंट के तहत अडानी को गिरफ़्तारी या प्रत्यर्पण की प्रक्रिया का सामना करना पड़ सकता है।
अडानी समूह ने आरोपों का कड़े शब्दों में खंडन करते हुए कानूनी लड़ाई जारी रखने का आश्वासन दिया है।