
रियाणा में मजदूर वर्क स्लिप घोटाला सामने आया है। श्रम मंत्री अनिल विज ने जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर 6 जिलों में DBT पेमेंट पर रोक और दोषियों के सस्पेंशन के आदेश दिए हैं।
REAKING | वर्क स्लिप घोटाला | TAP News | 11 जुलाई 2025
हरियाणा के श्रम मंत्री अनिल विज के विभाग में एक बड़ा वर्क स्लिप घोटाला सामने आया है। तीन महीने की जांच के बाद हिसार, कैथल, जींद, सिरसा, फरीदाबाद और भिवानी जिलों में भारी अनियमितताएं उजागर हुई हैं।
👉 मुख्य बातें:
✔️ DBT पेमेंट रोकने का आदेश
✔️ दोषियों के निलंबन आदेश
✔️ क्रिमिनल केस की तैयारी
✔️ हर जिले में 3 मेंबर जांच कमेटी
✔️ 6 जिलों की 3 महीने की जांच में फर्जी वेरिफिकेशन
घोटाले का खुलासा कैसे हुआ?
1️⃣ हरियाणा में वर्क स्लिप घोटाला: अनिल विज के विभाग में करोड़ों का भ्रष्टाचार, 6 जिलों में जांच
कल्याण बोर्ड की बैठक में सामने आया मामला
21 अप्रैल 2025 को अनिल विज की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में वर्क स्लिप फर्जीवाड़े की बात सामने आई। अगस्त 2023 से मार्च 2025 के बीच 11,96,759 श्रमिकों की वर्क स्लिप वेरिफिकेशन की गई।
2️⃣ दो कर्मचारियों ने किया लाखों वेरिफिकेशन
ग्राम सचिव राजेंद्र सिंह ने अकेले 84,741 आवेदनों का वेरिफिकेशन कर दिया!
एक दिन में 2,646 वर्क स्लिप वेरिफिकेशन।
फरीदाबाद के श्रम निरीक्षक ने भी 2,702 स्लिप एक दिन में सत्यापित कीं।
3️⃣ मंत्री को हुआ शक, बनाई गई जांच कमेटी
फर्जी वेरिफिकेशन की आशंका पर तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई –
अजमेर सिंह देसवाल (संयुक्त सचिव)
सुनील ढिल्लों (सचिव)
भूपिंदर शर्मा (सदस्य)
4️⃣ 6 जिलों में मिली गड़बड़ी
नवंबर 2024 से जनवरी 2025 के बीच की गई वेरिफिकेशन की जांच में भारी अनियमितताएं सामने आईं।
ज्यादातर फर्जी कामगार, जो सरकारी योजनाओं का लाभ भी उठा रहे थे, सामने आए।
क्या बोले अनिल विज?
“मैं पहले भी कह चुका हूं कि मेरे विभागों में गड़बड़ी करने वाले बचेंगे नहीं। ये बेहद गंभीर मामला है, जांच जारी है, और जल्द बड़ा एक्शन लिया जाएगा।”
— अनिल विज, श्रम मंत्री, हरियाणा