
फतेहाबाद DSP पर गंभीर आरोप: “लव मैरिज केस में डराकर ₹9.5 लाख
“ब्यूरो : The ASIA PRIME
स्थान: फतेहाबाद, हरियाणा
आरोपी अधिकारी: DSP संजय बिश्नोई
शिकायतकर्ता: नरेश सोनी (गांव भोजराज)
जांच एजेंसी: एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB), हरियाणा
सबूत: 1 मिनट 48 सेकंड की ऑडियो रिकॉर्डिंग
मामला क्या है?
फतेहाबाद के एक गांव में एक इंटरकास्ट प्रेम विवाह के बाद सामाजिक तनाव बढ़ा।
युवक अनुसूचित जाति (SC) वर्ग से था और युवती सामान्य वर्ग से।
दोनों ने जनवरी 2025 में कोर्ट मैरिज की थी और परिवार की मर्जी के बिना घर से भाग गए थे।
शादी के बाद बढ़ा तनाव:
लड़की के परिजनों और गांव के कुछ दुकानदारों ने लड़के और उसके परिवार का सामाजिक बहिष्कार शुरू कर दिया।
पंचायत में कड़़े फरमान सुनाए गए।
इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 9 नामजद और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया।
फिर शुरू हुई वसूली की कहानी?
पीड़ित पक्ष के मुताबिक:
“DSP संजय बिश्नोई ने केस में फंसाने और SC/ST Act लगाने का डर दिखाकर ग्रामीणों से ₹9.50 लाख की अवैध वसूली की।”
पैसा कैसे लिया गया?
आरोप है कि गांव के कुछ लोगों से चंदा करवा कर ये रकम जुटाई गई।
DSP के रीडर ‘दर्शन’ को पेमेंट ट्रैक करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
ऑडियो क्लिप में दर्शन यह स्वीकार करता है कि ₹5.5 लाख मिल चुके हैं और बाकी जल्दी भेजने को कहा गया है।
क्या है ऑडियो में?
वायरल ऑडियो कॉल (1:48 मिनट) में:
कॉलर: “भाई ₹5.50 लाख हमने भेज दिए थे, बाकी कहां भेजने हैं?”
रीडर दर्शन: “हां, मैंने बात की थी साहब से, वो कह रहे हैं बाकी भी जल्दी भेजो…।”
ऑडियो में बातचीत साफ़ तौर पर ‘डील’ जैसी लगती है, हालांकि इसकी फॉरेंसिक पुष्टि अभी नहीं हुई है।
शिकायत कहाँ और कैसे दी गई?
नरेश सोनी, गांव भोजराज निवासी ने यह मामला एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को भेजा।
शिकायत के साथ ऑडियो रिकॉर्डिंग, बयान, नाम, तारीख़ और संदर्भ सहित दस्तावेज भी भेजे गए।
ACB ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है।
DSP संजय बिश्नोई की सफाई:
“हमने निष्पक्ष जांच की है। जो आरोपी हैं, उनके खिलाफ़ कार्रवाई हुई। शिकायतकर्ता का इस केस से कोई लेना-देना नहीं है।
ऑडियो में क्या है, कौन है, मैं नहीं जानता – जांच एजेंसियां देखेंगी।”
पूरा घटनाक्रम:
अब क्या होगा?
ACB की जांच के बाद अगर आरोप प्रमाणित होते हैं, तो DSP संजय बिश्नोई पर भ्रष्टाचार और आपराधिक साजिश के तहत केस दर्ज हो सकता है।
DSP पद पर रहते हुए किसी भी प्रकार की वसूली, धमकी या पक्षपात पर सख्त दंड का प्रावधान है।
ग्रामीणों की मांग:
DSP को जांच पूरी होने तक लाइन हाजिर किया जाए
ऑडियो की फॉरेंसिक जांच करवाई जाए
इंटरकास्ट शादी करने वाले जोड़ों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए
निष्कर्ष:
क्या पुलिस अधिकारी ने अपने पद का दुरुपयोग किया या यह एक झूठी साजिश है?
क्या प्रेम विवाह करने वालों को न्याय मिलेगा या व्यवस्था उन्हें दबा देगी?
जवाब मिलेगा – जब होगी निष्पक्ष जांच।
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